नई दिल्ली । अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने कार्यकाल के खत्म होने के साथ साथ जहां अपनी भद्द पिटवाई है , वहीं अमेरिका की साख को भी बड़ा धब्बा लगा दिया है । अमेरिकी प्रतिनिधि सभा ने भारतीय समयानुसार , गुरुवार सुबह राष्ट्रपति डोनोल्ड ट्रंप के खिलाफ महाभियोग के लिए सत्र की कार्यवाही शुरू कर दी है । ट्रंप पर महाभियोग चलाने के लिए सदन के पास पर्याप्त मत हो चुके हैं । यह दूसरी बार है जब अमेरिकी सदन के अधिकतर सदस्यों ने ट्रंप पर दोबारा महाभियोग लगाया है । असल में यह सब ट्रंप के उकसावे में उनके समर्थकों द्वारा संसद पर हमला किए जाने के बाद हो रहा है ।
बता दें कि इस बार के राष्ट्रपति चुनावों में डेमोक्रेट्स पार्टी के उम्मीदवार जो बाइडेन ने राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप को हरा दिया है , लेकिन लंबे समय तक ट्रंप ने अपनी हार को स्वीकार नहीं किया और गत दिनों जब नए राष्ट्रपति चुने जाने पर संसद में मुहर लगनी थी तो उन्होंने कुछ ऐसे बयान जारी किए , जिससे उनके समर्थक भड़क गए और उन्होंने संसद पर हमला कर दिया । इस दौरान हुई हिंसा में कुछ लोग मारे गए , जबकि कई घायल हुए थे ।
बहरहाल , गुरुवार को सदन में ट्रंप के खिलाफ दोबारा महाभियोग चलाने के पक्ष में मतदान किया है । इसके साथ ही अमेरिका के इतिहास में पहले ऐसे राष्ट्रपति बन गए हैं , जिनपर दो बार महाभियोग लगा है ।
खास बात यह है कि 222 डेमोकेट्स सांसदों के साथ ही 10 रिपब्लिकन सांसदों ने भी ट्रंप के खिलाफ महाभियोग लगाने का समर्थन किया है । ऐसे में ट्रंप के खिलाफ 232 वोट पड़े जबकि महाभियोग न लगाए जाने के लिए 197 सांसदों ने वोट दिया ।
अमेरिकी संसद की अध्यक्ष नैंसी पलोसी ने कहा कि ट्रंप ने अपने बयानों से लोगों को भड़काने का काम किया । उन्होंने देश के खिलाफ इस सशस्त्र विद्रोह के लिए लोगों को उकसाया । उन्हें पद से हटना चाहिए । यह साफ है कि वह देश के लिए खतरा हैं।